Mukhyamantri Sukh Aashray Yojana

Good News: हिमाचल में अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना का शुभारंभ, देखें देश की बड़ी गुड न्यूज- Hum Hindu

Mukhyamantri Sukh Aashray Yojana

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में अनाथ बच्चों के लिए “मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना” का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत, जो बच्चे 27 साल की आयु तक अनाथ हैं, उन्हें हर महीने चार-चार हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। यह पहल, गरीब और असहाय बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।

यह योजना विशेष रूप से वो बच्चे लक्ष्यित है जिनके पास कोई संरक्षक नहीं है और वे आपसी सहायता के बिना स्वयं का पालन-पोषण नहीं कर सकते। मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के माध्यम से, उन्हें आर्थिक सहायता प्राप्त होगी जो उनके बचपन को सुरक्षित और सुखमय बना सकती है।

इसके साथ ही, गोरखपुर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन किया है, जिसमें कृषि और उद्योग के क्षेत्र में नवाचार और विकास को प्रमोट करने के उद्देश्य से कई परियोजनाओं का लोकार्पण भी किया गया है। इससे कृषि सेक्टर में नए अवसरों की ओर कदम बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है और गोरखपुर क्षेत्र के किसानों को आर्थिक समृद्धि की दिशा में मदद मिलेगी।

इन पहलों से साथ-साथ, सरकारें नए और असहाय लोगों के लिए आर्थिक सहायता और संवादनशीलता के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही हैं, जिनसे समाज में सामाजिक और आर्थिक समानता को बढ़ावा मिलेगा।

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मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष सरकार की एक नई पहल है, जिसका गठन राज्य सरकार द्वारा नये साल के शुभ अवसर पर किया गया है। अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए मानवता की दिशा में एक अभिनव कदम उठाते हुए, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ने अपना पहला वेतन मुख्यमंत्री सुख आश्रय कोष में योगदान दिया है। हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री ने भी 1 जनवरी को घोषणा की कि सभी नामित मंत्रियों और कांग्रेस विधायकों ने विधायक के रूप में अपना पहला वेतन इस निधि में दान करने के लिए स्वेच्छा से योगदान दिया है। योजना का परिव्यय बजट 101 करोड़ है। यह फंड जरूरतमंद छात्रों और निराश्रित महिलाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद करने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। इससे उन्हें सम्मानपूर्वक जीवन जीने में भी मदद मिलेगी।

“यह फंड उन लोगों को नए आयाम प्रदान करेगा जो सक्षम हैं लेकिन वित्तीय बाधाओं के कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हैं। इसके अलावा इन छात्रों को बड़े पैमाने पर देश और समाज की प्रगति और समृद्धि में अपना योगदान सुनिश्चित करने का भी अवसर मिलेगा, ”उन्होंने कहा। उन्होंने कहा, ”यह कदम करुणा का कार्य नहीं है, बल्कि हर व्यक्ति का अधिकार है”, उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल न केवल जन प्रतिनिधियों के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी प्रेरणा का एक बड़ा स्रोत होगी. इस फंड में योगदान करने के लिए.

 

 

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